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Friday, August 7, 2009

ऐ लो जी सनम हम आ गये

*****ऐ लो जी सनम हम आ गये *****

करीब छ: महिने से चाहकर भी अपनी ब्लॉगिंग की गाड़ी को धक्का नहीं लगा पा रहा था। कारण कुछ निजी थे॥ सार्वजनिक करने पर सच का सामना जैसी स्थिति हो सकती है । चलिये अब आये हैं तो कुछ लिखना पड़ेगा ही।

इन दिनों मेरे देश में

मन्दी ने अपना असर दिखाया.
महंगाई ने अपना कहर ढाया.
अच्छे अच्छों को नाँच नचाया.
चीनी चढी ऊपर आलू प्याज तक ने रूलाया।

माया ने अपना पुतला लगाया
गरीबों को ठेंगा दिखाया।
कहीं सूखे ने अपना असर दिखाया
वहीं बाढ़ ने कहर ढ़ाया

रेल में बैठ ममता आई
लालू जी की सामत आई.
नये नये सपने लाई
लालू रेल की पोल खुलाई।

देखो कसाब की खुली कलाई
खुद ही अपनी करतूत बताई
मुंबई हमले वालों की भी हुई सुनवाई
साजिश करने वालों को हुई फ़ाँसी की सुनाई.

Thursday, January 1, 2009

हैप्पी न्यू ईयर आज अंग्रेजी में

*****हैप्पी न्यू ईयर आज अंग्रेजी में*****

साल का पहला दिन, पहली सुबह , बधाईया , एस एम एस की लाइन , फोन पर बधाईयों का सिलसिला। सभी चिट्ठे खुशियों और बधाईयों से भरपूर । पर हैप्पी न्यू ईयर है क्या बताते हैं आज वो भी अंग्रेजी में ।

Wish You and Your Family a Very Very "Happy New Year 2009"

Meaning of Happy New Year in my views:

H ours of happy times with friends and family
A bundant time for relaxation
P rosperity
P lenty of love when you need it the most
Y outhful excitement at lifes simple pleasures
N ights of restful slumber (you know - don't worry be happy)
E verything you need
W ishing you love and light
Y ears and years of good health
E njoyment and mirth
A angels to watch over you
R embrances of a happy years!!!


Always do your best and one day definately you will get your destination

My Best Wishes to you to Achieve Your Goal/Target in this new Year २००९




Monday, December 1, 2008

नो केस, नो चार्जशीट. हैंग टिल डैथ.

*****नो केस, नो चार्जशीट.  हैंग टिल डैथ.*****

मुंबई पर हमला करने वाले आतंकियों में से जिंदा पकड़ा गया मोहम्मद अजमल उर्फ मोहम्मद अमीर कसब अब खाना खाने से इनकार कर रहा है. वह पुलिस से अब खुद को मार दिए जाने के untitled लिए गिड़गिड़ा रहा है.  पुलिस उससे पूछताछ करने की कोशिश कर रही है.

क्यूँ नहीं इस समय पर ऐसे आतंकी का नारको टैस्ट और लाई डिटेक्टर टैस्ट  किया जाता. जबकि मांलेगाँव धमाके में पकड़े गये आरोपियों का और आरूषि हत्याकांड में पकड़े गये आरोपी कृष्णा का नारको टैस्ट और लाई डिटेक्टर टैस्ट बिना न्यायिक अनुमति के किया जाता है.

इस तरह के आपराधिक मामले के आरोपीयों, जो सीधे पकड़े गये और जिन पर आरोप सिद्ध करने जैसी बाध्यता नहीं होनी चाहिए, को त्वरित कार्यवाही करते हुए बिना किसी संकोच के सजाए मौत दे देनी चाहिए. नो केस, नो चार्जशीट.  हैंग टिल डैथ. कही ऐसा ना हो कि ये भी अफ़ज़ल गुरू जैसा केस बन कर रह जाये!!!

ऐसे संवेदनशील बिषय पर हमारे राजनेता अपनी राजनितिक रोटियाँ सेकने का काम करते आये है. आरोप-प्रत्यारोप, बयानबाजी करना तो पुरानी बात हो गयी है. जब सांसदों की सेलरी बड़ाने की बात आती है तो सब एक साथ खड़े नज़र आते हैं. राष्ट्रीय एकता की बात सभी करते हैं. पर जब कठोर कानून बनाने जैसी बात आती है तो बहस शुरू हो जाती है. जब आपको पता है कि पकड़ा गया व्यक्ति आतंकवादी ही है तो वहाँ बहस करने की जरूरत क्यूँ पड़ती है? क्यूँ सज़ा पाने के बाद भी अफ़ज़ल गुरु आज जिन्दा है. और भी ना जाने कितने मामले हैं जो हम भूल जाते हैं.  न्यायिक व्यवस्था को बदलना होगा ताकि मामले सालों तक ना खिंचे और अपराधी का राम नाम सत्य हो जाये!!

Friday, November 28, 2008

कहाँ गये राज ठाकरे अब!!!

*****कहाँ गये राज ठाकरे अब!!!*****

देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई पर आतंकियों का अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ. ताज और ओबेरॉय सहित 10 से ज्यादा जगहों को निशाना बनाया गया. जिसमें 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां बैठे. इसी आतंकी हमले से लोहा लेते हुए ए.टी.एस. प्रमुख हेमंत करकरे  सहित 14 जाबांज सिपाही शहीद हो गये. ऐसे ज़ांबाज़ सिपाहियों को सलाम.mt

इस हमले से मुम्बई का जनजीवन ठप सा हो गया. स्कूल, कॉलेज, ऑफिस सभी बन्द कर दिये गये. सेबी ने शेयर मार्केट भी बन्द कर दिया. कभी ना सोने और रूकने वाली मुम्बई ठहर गई. विदेशी सैलानियों पर डर और खौफ आसनी से देखा जा सकता था. इंगलैंड की क्रिकेट टीम बीच में ही वापस जाने लगी.

इस आतंकी हमले के बाद नेताओं के बयान आने स्वभाविक थे. कई सम्माननीय नेताओं ने मुम्बई का दौरा किया. पर जिस नेता की टिप्पणी आने का इंतजार था वो पता नहीं कहाँ गायब हो गया. कुछ महिनों पहले मुम्बई और देश को भाषा और क्षेत्र के नाम पर बाँटने वाले और मुम्बई में उत्तर भारतीयों के खिलाफ आग उगलने वाले राज ठाकरे इस समय कहाँ गये.  कहाँ गये मनसे के कार्यकर्ता. कोई प्रतिक्रिया नहीं आई उनकी ओर से जो मुम्बई को अपनी जागीर बताते थे. जबकि राज ठाकरे जो जेड सुरक्षा दी गई है.ये बड़ी विडम्बना की बात है कि देश को बाँटने की बात करने वाले को इतना बडा सुरक्षा घेरा दिया गया है.

आखिर क्यूँ और कैसे भारत में आतंकी बड़ी आसानी से प्रवेश कर जाते हैं?. मेरा मानना है कि राजनीति और भ्रस्टाचार इसके लिए दोषी है. अगर आप यहाँ कोई गलत काम करते हैं और गलती से पकड़े जाते हैं तो आप लेन-देन के माध्यम से आसानी से बच सकते हैं.  

राजनीति और विशेषकर वोट की राजनीति ने कड़े फैसले लेने से हमेशा रोका है. संसद पर हमले के दोषी पाये गये अफज़ल गुरु को फाँसी की सज़ा दिये जाने के बाद भी आज वो जिन्दा है. आखिर क्यूँ?? क्युँ नहीं भारत में अमेरिका की तरह कडे फैसले लेने का साहस है? क्यूँ भारत में देश की सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ होता है जबकि अमेरिका में सुरक्षा के लिए भारत के रक्षा मंत्री के कपड़े उतारने से भी परहेज नहीं किया जाता है. क्यूँ भारत में वोट की राजनीति खेली जाती है जबकि अमेरिका विरोध के बाद भी इराक के राष्ट्रपति को  फ़ाँसी दे दी जाती है.? 

Sunday, September 28, 2008

श्रद्धांजली-अब के बरस तुझे ...

*****श्रद्धांजली-अब के बरस तुझे ... *****

 

संगीत और सिनेमा जगत में अपनी अद्भुद आवाज की खनक के लिए महेन्द्र कपूर प्रसिद्ध रहे. उनके गाये देशभक्ति के गाने आज भी जोश पैदा कर देते हैं. तन-मन देशभक्ति से ओत-प्रोत हो जाता है. 74 साल के आवाज के इस हँसी जादूगर का कल देहांत हो गया. कुछ वक्त पहले वह गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और उनका डायलिसिस चल रहा था. 

महेन्द्र कपूर ने बी.आर.चोपड़ा की इन फिल्मों में विशेष रूप से यादगार गाने गाए - हमराज़, ग़ुमराह, धूल का फूल, वक़्त, धुंध . संगीतकार रवि ने इनमें से अधिकाश फ़िल्मों में संगीत दिया. 1968 में उपकार के बहुचर्चित गीत मेरे देश की धरती सोना उगले के लिए सर्वश्रेष्ठ पा‌र्श्व गायक का पुरस्कार मिला था. इस महत्वपूर्ण सम्मान के अलावा उन्हें 1963 में गुमराह के गीत चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था. बाद में एक बार फिर 1967 में हमराज के नीले गगन के तले के लिए भी उन्हें फिल्म फेयर पुरस्कार मिला. उनके जीवन का तीसरा फिल्म फेयर पुरस्कार रोटी कपड़ा और मकान के नहीं नहीं और नहीं के लिए 1974 में मिला। बाद में उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया. हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें लता मंगेशकर पुरस्कार के लिए चुना था तथा 24 अक्टूबर को उन्हें यह पुरस्कार दिया जाने वाला था.

9 जनवरी, 1934 को जन्में महेंद्र कपूर ने 1953 की फिल्म ‘मदमस्त’ के साहिर लुधियानवी के गीत ‘आप आए तो खयाल-ए-दिल-ए नाशाद mm आया’ से उन्होंने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की थी.  महेंद्र कपूर ने क्लासिकल, कव्वाली, भजन, रोमांटिक और सुफियाना, हर तरह के गीत गाए। उन्हें देशभक्तिपूर्ण गीतों के लिए खासतौर पर पहचाना जाता था। मनोज कुमार की लगभग हर फिल्म में उन्होंने आवाज दी।

राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड१९६८ उपकार फिल्म के मेरे देश की धरती सोना गीत के लिए सर्वश्रेष्ट गायक के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरूस्कार दिया गया. १९६३ में चलो एक बार फिर से के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड दिया गया. १९६७ मे हमराज फिल्म के गीत नीले गगन के तले के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवार्ड दिया गया. १९७४ नहीं नहीं बस और नहीं गीत के लिए बेस्ट मेलप्ले बैक सिंगर का अवार्ड दिया गया.

महेन्द्र कपूर कुछ प्रसिद्ध गीत

नीले गगन के तले mm1: हमराज १९६७

चलो एक बार : गुमराह १९६३

किसी पत्थर की मुरत से : हमराज १९६७

लाखों हैं यहा दिलवाले : किस्मत १९६८

और नहीं बस और नहीं : रोटी कपड़ा और मकान १९७४

भारत का रहने वाला हूं : पूरब और पश्चिम १९७३

फकीरा चल चला चल : फकीरा १९७५

बदल जाए अगर माली : बहारें फिर भी आएगी १९६६

मेरा प्यार वो है : ये रात फिर ना आएगी १९६५

तेरे प्यार का आसरा : धूल का फुल १९५९

Tuesday, August 5, 2008

ब्लॉगिंग करने का नया अन्दाज़

*****ब्लॉगिंग करने का नया अन्दाज़*****

अगर ब्लॉगिंग करते-करते पोस्टिंग पेज़ से बोर हो गये हैं या ब्लॉगिंग में विण्डो लाइव राइटर जैसा अन्दाज़ चाहते हैं तो इसका मज़ा लूटिये ब्ळॉगर ब्लॉगर में ही. अभी तक जिस पोस्टिंग पेज़ का प्रयोग प्रयोग मैं कर रहा था वो कुछ इस तरह था. (चित्र)

 

 

 

 

 

 

 

 

 

पर ब्लॉगर ने पेश किया है ड्राफ़्ट में ब्लॉगर. जिसका पोस्टिंग पेज़ नई सुविधाओं के साथ कुछ इस तरह का नज़र आता है. (चित्र)

bb1

इसमें चित्र कम समय में उसी विण्डो में अपलोड हो जाता है.

load 

यह कट, कॉपी और पेस्ट करने वालों की सहायता नहीं करता है. कई ऐसे ब्लॉगर्स के लिए  यह सुविधाजनक नहीं भी हो सकता. इसकी सेटिंग्स में जाकर ब्लॉग उपकरण की सहायता से ब्लॉग का आयात-निर्यात भी कर सकते हैं. और भी बहुत कुछ हैं इसमें.

तो शुरू हो जाईये और मज़ा लूटिये ड्राफ़्ट में ब्लॉगर का ...

Wednesday, June 18, 2008

जिन्दगी को खींचती जिन्दगी

*****जिन्दगी को खींचती जिन्दगी *****

समय से पहले मानसून आने से सभी खुश हैं. दिल्ली का 108 साल का रिकॉर्ड टूटा है तो वही सूखे की मार झेल रहे बुन्देलखण्ड के लोग खुशी मना रहे हैं.

दूसरी ओर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में नगर पालिका की पोल खुल गई है. बारिश के कारण जहाँ दिल्ली में एक दम्पत्ति खुले गटर के मेन होल में चला जाता है वहीं मुंबई में सदी के महानायक अपनी कारों को बचाने के लिए एक होटल के गैराज़ की शरण लेते है.



वही दूसरी ओर देश का गरीब वहीं का वहीं है. जिसका कुछ नज़ारा इस तस्वीर में साफ नज़र आता है. जहाँ जिन्दगी जीने के लिए जिन्दगी को जिन्दगी खीच रही है।


फोटो आभार- हिन्दुस्तान टाइम्स

Saturday, May 17, 2008

औरत का एक चेहरा ऐसा भी --पहचान लें

*****औरत का एक चेहरा ऐसा भी --पहचान लें *****


गुलाबी शहर को लाल करने वाले अपराध, हिंसा, दहशत और आतंकवाद फैलाने में सफल हो गये. पीछे रह गया तो शोक , दुख: और बदले की भावना. क्या इन दुखी परिवारों में से कोई द्वेष और बदले के लिए एक नया आतंकवादी का जन्म तो नहीं होगा। इंटेलीजेंस ने इन हमलों के लिए एक संदिग्ध महिला का स्केच जारी किया है। औरत के अनेक रूप होते हैं माँ, बहन , बेटी, पत्नी, देवी ......... पर अब आतंकवादी भी हो गयी.
सरकार और कई अन्य संगठन महिलाओं को आरक्षण देने और समानता के अधिकार के लिये कोशिश कर रहे हैं पर समानता का अधिकार वो भी इस क्षेत्र में!!! अगर यहाँ भी आरक्षण की मांग होने लगी तो क्या होगा!!! ऐसा ना ही हो तो अच्छा है।
नोट: इससे ये ना समझा जाये कि मैं महिलाओं के आरक्षण या उनके अधिकारों का विरोधी हूँ।

Thursday, May 15, 2008

लक्ष्मी मित्तल को फोर्ब्स लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड


दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात निर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी लक्ष्मी निवास मित्तल को ‘मैल्काम एस. फोर्ब्स लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया जाएगा।
मित्तल को यह सम्मान 8 से 10 सितंबर के दौरान सिंगापुर में होने वाली 'द फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ कांफ्रेंस' के दौरान दिया जाएगा। इस सम्मेलन में दुनिया भर के अनेक धनी और प्रभावशाली व्यापारी इकठ्ठे होंगे।


भारतीय मूल के विश्वविख्यात स्टील व्यवसायी लक्ष्मी निवास मित्तल लगातार चौथे वर्ष ब्रिटेन के सबसे अमीर नागरिक बने हुये है। भारतीय मूल के ब्रिटिश अरबपति स्टील व्यवसायी का जन्म 15 जून 1950 को चुरू, राजस्थान के सादुलपुर में हुआ था।

लंदन टाइम्स में वर्ष 2008 के सर्वाधिक धनी लोगों की आज जारी होने वाली सूची में श्री मित्तल का नाम सबसे ऊपर है जबकि भारतीय मूल के हिन्दुजा बन्धुओं को चौथा स्थान दिया गया है।
मित्तल परिवार की संपत्ति 2770 करोड़ पाउण्ड की आंकी गई है जबकि पिछले वर्ष यह आंकडा सिर्फ 192.5 करोड पाउण्ड था। उनकी दुनिया की सबसे बडी स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल 11 करोड़ टन इस्पात बनाती है जो विश्व बाजार का दस प्रतिशत है।