समय से पहले मानसून आने से सभी खुश हैं. दिल्ली का 108 साल का रिकॉर्ड टूटा है तो वही सूखे की मार झेल रहे बुन्देलखण्ड के लोग खुशी मना रहे हैं.
दूसरी ओर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में नगर पालिका की पोल खुल गई है. बारिश के कारण जहाँ दिल्ली में एक दम्पत्ति खुले गटर के मेन होल में चला जाता है वहीं मुंबई में सदी के महानायक अपनी कारों को बचाने के लिए एक होटल के गैराज़ की शरण लेते है.
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वही दूसरी ओर देश का गरीब वहीं का वहीं है. जिसका कुछ नज़ारा इस तस्वीर में साफ नज़र आता है. जहाँ जिन्दगी जीने के लिए जिन्दगी को जिन्दगी खीच रही है।
फोटो आभार- हिन्दुस्तान टाइम्स
1 comment:
वाकई: जिन्दगी जीने के लिए जिन्दगी को जिन्दगी खीच रही है।
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