Sunday, May 9, 2010

ममतामई माँ

माँ
तुम अनमोल
अतुलनीय
सर्वोपरि
सर्वोच्च
तुझे याद करने के लिए
एक दिन क्या!!
एक जीवन कम है।
माँ
तुमने दिया जीवन
तुमने किया अर्पन जीवन
तुम्हारे लिए मेरा पूरा जीवन समर्पन
माँ
तू ममता का सागर
तूने दिखाया संसार
उठाया सारा भार
है मुझ पर तेरा उपकार
माँ
शब्द कम हैं तेरे वर्णन में
जीवन बीता जिस उपवन में
तेरे कर्ज में डूबा तन मन में
आभार है तेरा मेरे जीवन में


3 comments:

दिलीप said...

bahut sundar...

राज भाटिय़ा said...

अति सुंदर जी, आप का ब्लांग बहुत देर बाद खुलता है

Smart Indian said...

बहुत बढ़िया, लिखते रहिए!