आईसीएल के क्रिकेट में अवतरण से बौखलाई बी.सी.सी.आई. ने धीरे- धीरे अपने खिलाड़ियों और अधिकारियों पर प्रतिबन्ध लगाने शुरू कर दिये थे. ये बात तो आपको पता ही है. अभी कल ही खबर थी कि खिलाड़ियों ने क्रिकेट चयनकर्ताओं और अधिकारियों के ड्रेसिंग रूम में आने पर आपत्ति जताई थी जिसे चयनकर्ता और अधिकारीगण अपना अधिकार समझते थे. इसे मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने सही बताया था. बी.सी.सी.आई. ने भी खिलाड़ियों के मीडिया से बात करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया. बी.सी.सी.आई. के साथ सीधी पंगा मोल लेने के बाद मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने क्रिकेट बोर्ड के निर्देशानुसार कॉलम लिखना बंद कर दिया है और इसकी शुरुआत उन्होंने शरद पवार से जुड़े एक मराठी दैनिक अखबार से ही की है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के प्रमुख शरद पवार के भाई के समाचार पत्र सकाल से जुड़े लोगों के अनुसार वेंगसरकर ने अखबार के लिए अपना कॉलम कवर ड्राइव लिखना बंद कर दिया है. यह कॉलम वन डे मैच के प्रीव्यू के तौर पर लिखा जा रहा था. उनका आखिरी कॉलम तयशुदा कार्यक्रम के तहत भारत-पाक के बीच अंतिम वन डे मैच से पहले मिल गया था लेकिन वह प्रकाशित नहीं हुआ.
जैसा कि मैंने बताया इससे पहले बी.सी.सी.आई. ने वेंगसरकर और चार अन्य चयनकर्ताओं को कॉलम लिखने और मीडिया से बात करने के लिए प्रतिबंधित किया था लेकिन वेंगसरकर ने बोर्ड के आदेश को न मानते हुए कॉलम लिखना जारी रखा था. इस मामले को बोर्ड सचिव निरंजन शाह ने गंभीरता से लिया और वेंगसरकर से आदेश की अवहेलना पर जवाब मांगा. बोर्ड द्वारा सात सूत्रीय दिशा निर्देश भेजने पर पिछले 15 सालों से कॉलम लिख रहे वेंगसरकर इस फरमान से खासे नाराज हैं.
बी.सी.सी.आई. फिल्मी कलाकार शाहरूख खान से भी खासी नाराज है आजकल. क्योंकि मुम्बई मैच के बाद शाहरूख खान जयपुर में भी नजर आये थे. वहाँ सिने अभिनेता अपनी फिल्म का प्रचार करते पाये गये. पता नहीं बीसीसीआई अब किस-किस पर प्रतिबन्ध लगायेगी ?
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