Thursday, October 25, 2007

न्याय के तराजू में- देर है अन्धेर नहीं


कोर्ट के 4 अलग-अलग फैसलों में कल 60 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. दिल्ली के सीपी शूटाआउट (31 मार्च 1997) सभी आरोपी पुलिसवालों को उम्रकैद के साथ जुर्मना हुआ. मधुमिता हत्याकांड(9 मई 2003) में सपा नेता अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि को उम्रकैद की सजा हुई. कोयम्बटूर ब्लास्ट (14 फरवरी 1998) में 31 और कानपुर दंगों (1992 में बाबरी मस्जिद गिराये जाने के बाद) में 15 लोगों को आजीवन कारावास की सजा दी गयी. पिछले दिनों में कोर्ट से कुछ चर्चित चेहरों पर भी न्याय की मुहर लगाई. पेश हैं कुछ ऐसी ही तशवीरें..............












संजय दतअब गाँधीगिरी का सहारा





सलमान खानसबसे महंगा शिकार है चिंकारा,
तौबा मेरी तौबा




अमरमणि त्रिपाठीप्यार कोई बच्चों का खेल नहीं




एसीपी राठी फर्जी काम—ना बाबा ना




1 comment:

Udan Tashtari said...

सही है यह पेशकश. आभार तस्वीरों के लिये.