मार्मिक रचना...लेकिन सच्ची.नीरज
बहुत् सुंदर लिखा आप ने एक लाइन मेरी ओर सेवो बूढ़ी निगाहें पुछ रही थी कई सवाल अपनो से??क्या यही शिला है मेरे प्यार ओर दुलार का
मार्मिक...बहुतों का सच!!
सही है ......बहुत से आभागे लोगो की सच है .....पर हम यही दुआ करते है कि उन्हे आपने मिल जाये......आमीन
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मार्मिक रचना...लेकिन सच्ची.
ReplyDeleteनीरज
बहुत् सुंदर लिखा आप ने एक लाइन मेरी ओर से
ReplyDeleteवो बूढ़ी निगाहें पुछ रही थी कई सवाल अपनो से??
क्या यही शिला है मेरे प्यार ओर दुलार का
मार्मिक...बहुतों का सच!!
ReplyDeleteसही है ......बहुत से आभागे लोगो की सच है .....पर हम यही दुआ करते है कि उन्हे आपने मिल जाये......आमीन
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