आज एक और बसंत पार करते हुए अपने पुराने दिनों को याद कर रहा हूँ.
अपनी परम्परा के अनुसार जन्मदिन मना लिया .
जिसमें पुआ, पूरी, सिंगल, बड़ा, खीर आदि का आनन्द लिया.
अब शाम को आधुनिक विधि से केक काटकर सेलिब्रेट करने का विचार है...
अब तो शाम होने का ही इंतजार कर रहा हूँ..
कहते हैं इंतजार का फल मीठा होता है..
कितना मीठा... इसका भी इंतजार है :)
अपनी परम्परा के अनुसार जन्मदिन मना लिया .
जिसमें पुआ, पूरी, सिंगल, बड़ा, खीर आदि का आनन्द लिया.
अब शाम को आधुनिक विधि से केक काटकर सेलिब्रेट करने का विचार है...
अब तो शाम होने का ही इंतजार कर रहा हूँ..
कहते हैं इंतजार का फल मीठा होता है..
कितना मीठा... इसका भी इंतजार है :)
Alla hu akhbar!!!
ReplyDeleteमुबारका :)
ReplyDeleteJanam din ki bahut badhai evam shubhkamanaayen.
ReplyDeleteआप सभी का हार्दिक धन्यवाद
ReplyDeleteजन्म दिन पर हमारी तरफ़ से शुभकानाये
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